ANIMAL TRANSPORT AND DOG SQUAD IN ITBP:-
Animal Transport (AT) is an integral part of all border guarding units of Indo-Tibetan Border Police tasked to operate in high altitude sub-zero terrain of the Indo-China border for supply of ammunition, rations, water, and other stores. The logistic convoys, consisting of ponies/mules/yaks and AT troops, have a pivotal role in keeping the Axis of Maintenance alive in areas where no roads exist.
The ponies/mules/yaks are the virtual lifeline for ITBP troops at the borders. When border incidents take place, it is the AT Detachment that keeps the supply chain open, by ensuring that the troops engaged in eye-ball-to-eye-ball vigil, had a steady supply of water, rations, and ammunition to secure the borders. Since the raising of the Force, the AT Detachment ensured that the troops were provided with the wherewithal to tenaciously hold ground in the desolate wind-swept terrain.
The ITBP policy of inducting local high altitude ponies has paid rich dividends by giving a fillip to the operational efficiency of the force by ensuring that logistics is kept alive in winters. These ponies are physiologically better attuned to the high-altitude conditions as compared to ponies from the plains or low hills.
ITBP Equestrian team has also exhibited outstanding performance in National and International Equestrian competitions. ITBP Equestrian team emerged as the Winner of the 40th All Indian Police Equestrian Championship & Mounted Police Duty Meet’ 2022 with 25 medals.
The ITBP Dog Squad is deployed in the security of its units and in Internal Security and VIP security duties. It is also being deployed in Anti-Sabotage Check duties during Republic & Independence Day Celebrations. The ponies/mules/yaks/dogs are considered to be a valuable ‘force multipliers’ by the troops, and are treated with lots of love and respect.
These four-legged ‘soldiers’ who accompany troops in logistical tasks and internal security duties are being decorated with special medals annually. The Horses/Ponies/Mules/Yaks are being awarded with ‘ITBP Animal Transport Medal’ and dogs with ‘ITBP K9 Medal’. Equines, canines and troops of ITBP are given specialized training at National Training Centre for Dog & Animals (NTCD&A), Bhanu (Haryana) and Animal Training School (ATS), Lohitpur, Tezu (Arunachal Pradesh). The institutes are also imparting specialized training to other Central Armed Police Forces, State Police Organizations and Police Forces of friendly foreign countries.
ITBP has a strong cadre of Veterinary Officers responsible for the healthcare and management of animals.
भा.ति.सी.पुलिस बल में पशु परिवहन और डॉग स्क्वॉड:-
एनिमल ट्रांसपोर्ट (एटी) भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की सभी सीमा सुरक्षा इकाइयों का एक अभिन्न अंग है, जिसे गोला-बारूद, राशन, पानी और अन्य स्टोर की आपूर्ति के लिए भारत-चीन सीमा के अत्यधिक ठन्डे इलाके में संचालन का काम सौंपा गया है। पोनी/म्यूल/याक और एटी सैनिकों से युक्त लॉजिस्टिक काफिले की ऐसे क्षेत्रों में आपूर्ति व देखभाल की स्थिति मजबूत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जहां पर सड़क परिवहन की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
सीमा पर भा.ति.सी.पुलिस बल के जवानों के लिए पोनी/म्यूल/याक मुख्य जीवन रेखा हैं। जब सीमा पर घटनाएं होती हैं, तो यह पशु परिवहन डिटैचमेंट ही है , जो सीमाओं की कड़ी निगरानी में लगे सैनिकों हेतु सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए पानी, राशन और गोला-बारूद की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करता है। बल की स्थापना के बाद से, पशु परिवहन डिटेचमेंट ने यह सुनिश्चित किया कि सैनिकों को उजाड़ हवा बहने वाले इलाके में मजबूती से जमीन पर पकड़ बनाए रखने के लिए साधन उपलब्ध कराए जाए।
स्थानीय उच्च ऊंचाई वाले पोनीयो को शामिल करने की आईटीबीपी नीति ने यह सुनिश्चित करके बल की परिचालन दक्षता को बढ़ावा देकर समृद्ध लाभांश का भुगतान किया है ताकि सर्दियों में रसद को बरकरार रखा जा सके। मैदानी या निचली पहाड़ियों से आने वाले पोनीयो की तुलना में ये पोनी शारीरिक रूप से उच्च-ऊंचाई वाली स्थितियों के अनुकूल होते हैं। भा.ति.सी.पुलिस बल घुड़सवारी टीम ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
भा.ति.सी.पुलिस बल घुड़सवारी टीम न 40वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी चैंपियनशिप के विजेता के रूप में उभरी है व माउंटेड पुलिस ड्यूटी मीट 2022 में 25 पदक प्राप्त किए। भा.ति.सी.पुलिस डॉग स्क्वॉड को बल की इकाइयों की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा और VIP सुरक्षा कर्तव्यों में तैनात किया गया है। इसे गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तोड़फोड़-विरोधी चेक ड़यूटी में भी तैनात किया जाता है ।
घोड़े/पोनी/म्यूल/याक/श्वानों को सैनिकों द्वारा एक मूल्यवान गुणक माना जाता है, और उनके साथ बहुत प्यार और सम्मान का व्यवहार किया जाता है। सैन्य कार्यों और आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों में सैनिकों के साथ आने वाले इन चार पैरों वाले सैनिकों को सालाना विशेष पदक से सम्मानित किया जाता है। घोड़े/ पोनी/म्यूल/याक को भा.ति.सी.पुलिस पशु परिवहन पदक और श्वानों को भा.ति.सी.पुलिस K9 पदक से सम्मानित किया जा रहा है। भा.ति.सी.पुलिस के घोड़ों, श्वानों को NTCD&A भानु (हरियाणा) और पशु प्रशिक्षण स्कूल (ATS), लोहितपुर, तेज़ू (अरुणाचल प्रदेश) में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
ये संस्थान अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, राज्य पुलिस संगठनों और मित्र देशों के पुलिस बलों को भी विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। भा.ति.सी.पुलिस के पास पशुओं के स्वास्थ्य और प्रबंधन के लिए उत्तरदायी पशु चिकित्सा अधिकारियों का एक मजबूत संवर्ग है।